Generations of Computers in Hindi – कंप्यूटर की पीढ़ियाँ 2024

Generations of Computers in Hindi

आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि Generations of Computers in Hindi पूरी जानकारी विस्तार से बताने वाले हैं तो आपको इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ना है ताकि आपको कोई भी चीज छूट न जाए तो चलिए जानते हैं Generations of Computers in Hindi विस्तार से.

google.com, pub-6108535101109690, DIRECT, f08c47fec0942fa0

Table of Contents

Generations of Computers in Hindi – कंप्यूटर की पीढ़ियाँ

कंप्यूटर की पीढ़ियां नीचे आपको नहीं स्टेप बाय स्टेप सारी कंप्यूटर की पीढ़ियां सरल भाषा में बताई गई है आप नीचे दिए गए लिखो पढ़ सकते हो और कंप्यूटर की पीडिया के बारे में जान सकते हो तो चलिए l

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी: 1940-1956

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी 1940 से 1956 तक चली। इस पीढ़ी में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया गया था, जो कि इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को बढ़ाने और नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण थे। ये कंप्यूटर आज के कंप्यूटरों की तुलना में बहुत बड़े, भारी और महंगे थे।

प्रमुख विशेषताएं

  • वैक्यूम ट्यूब: पहली पीढ़ी के कंप्यूटर वैक्यूम ट्यूब का उपयोग करते थे, जो कि इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को बढ़ाने और नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण थे।
  • आकार: ये कंप्यूटर आज के कंप्यूटरों की तुलना में बहुत बड़े और भारी थे।
  • गति: इनकी गति आज के कंप्यूटरों की तुलना में बहुत धीमी थी।
  • मेमोरी: इनकी मेमोरी क्षमता बहुत कम थी।
  • प्रोग्रामिंग: इन कंप्यूटरों को प्रोग्राम करना बहुत मुश्किल था।
  • उपयोग: इन कंप्यूटरों का उपयोग मुख्य रूप से वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग कार्यों के लिए किया जाता था।

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  1. ENIAC: इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर और कंप्यूटर, 1946 में बनाया गया, पहला इलेक्ट्रॉनिक सामान्य-उद्देश्य वाला कंप्यूटर था।
  2. EDVAC: इलेक्ट्रॉनिक डिस्क्रीट वेरिएबल ऑटोमैटिक कंप्यूटर, 1951 में बनाया गया, ENIAC का एक उन्नत संस्करण था जिसमें बाइनरी संख्या प्रणाली का उपयोग किया गया था।
  3. UNIVAC: यूनिवर्सल ऑटोमैटिक कंप्यूटर, 1951 में बनाया गया, पहले व्यावसायिक रूप से सफल कंप्यूटरों में से एक था।
  4. IBM-701: 1955 में बनाया गया, वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग गणनाओं के लिए एक शक्तिशाली कंप्यूटर था।
  5. EDSAC: इलेक्ट्रॉनिक डिले स्टोरेज ऑटोमैटिक कंप्यूटर, 1949 में बनाया गया, पहला ब्रिटिश कंप्यूटर था।
  6. IBM 650: 1955 में बनाया गया, एक छोटा और सस्ता कंप्यूटर था जो व्यवसायों के बीच लोकप्रिय था।

अवलोकन: कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी (1956-1963)

मुख्य विशेषता

  • वैक्यूम ट्यूब की जगह ट्रांजिस्टर का उपयोग
  • पहली पीढ़ी की तुलना में छोटे, तेज, सस्ते और अधिक विश्वसनीय
  • कम बिजली की खपत और कम गर्मी उत्पादन
  • कुछ प्रमुख उदाहरण: IBM 7094, UNIVAC I, CDC 1604

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे

  • विश्वसनीयता: वैक्यूम ट्यूब की तुलना में ट्रांजिस्टर अधिक विश्वसनीय थे, जिससे कंप्यूटर खराबी कम हुई।
  • आकार: ट्रांजिस्टर के उपयोग से कंप्यूटर का आकार काफी कम हो गया, जिससे उन्हें पोर्टेबल बनाया जा सका।
  • गति: ट्रांजिस्टर ने गणना की गति को काफी बढ़ा दिया, जिससे डेटा प्रसंस्करण तेज हो गया।
  • लागत: ट्रांजिस्टर के उपयोग से कंप्यूटर का उत्पादन सस्ता हुआ, जिससे वे अधिक लोगों के लिए सुलभ हो गए।
  • ऊर्जा: ट्रांजिस्टर कम बिजली का उपयोग करते थे, जिससे कंप्यूटर चलाने की लागत कम हो गई।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के नुकसान

  • प्रोग्रामिंग: प्रोग्रामिंग भाषाएं अभी भी जटिल थीं, जिससे कंप्यूटर का उपयोग करना मुश्किल था।
  • एयर कंडीशनिंग: कंप्यूटर अभी भी बहुत अधिक गर्मी पैदा करते थे, इसलिए उन्हें ठंडा रखने के लिए एयर कंडीशनिंग की आवश्यकता होती थी।
  • मूल्य: हालांकि पहली पीढ़ी की तुलना में सस्ता, दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर अभी भी आम लोगों के लिए बहुत महंगे थे।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण:

1. UNIVAC 1108: यह 1964 में Remington Rand द्वारा विकसित किया गया था। यह वैज्ञानिक गणनाओं के लिए लोकप्रिय था।

2. CDC 1604: यह 1960 में Control Data Corporation द्वारा विकसित किया गया था। यह व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए लोकप्रिय था।

3. Honeywell 400: यह 1960 में Honeywell द्वारा विकसित किया गया था। यह वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग गणनाओं के लिए लोकप्रिय था।

4. IBM 7094: यह 1960 में IBM द्वारा विकसित किया गया था। यह वैज्ञानिक और व्यावसायिक दोनों अनुप्रयोगों के लिए लोकप्रिय था।

5. CDC 3600: यह 1964 में Control Data Corporation द्वारा विकसित किया गया था। यह वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग गणनाओं के लिए लोकप्रिय था।

6. IBM 1401: यह 1955 में IBM द्वारा विकसित किया गया था। यह व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए लोकप्रिय था।

7. UNIVAC I: यह 1951 में Remington Rand द्वारा विकसित किया गया था। यह अमेरिकी जनगणना के लिए इस्तेमाल होने वाला पहला कंप्यूटर था।

8. IBM 705: यह 1955 में IBM द्वारा विकसित किया गया था। यह वैज्ञानिक गणनाओं के लिए लोकप्रिय था।

9. Burroughs B5000: यह 1961 में Burroughs Corporation द्वारा विकसित किया गया था। यह व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए लोकप्रिय था।

10. NCR 315: यह 1960 में National Cash Register Company द्वारा विकसित किया गया था। यह व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए लोकप्रिय था।

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी (1964-1971):

तीसरी पीढ़ी (Third Generation) में एकीकृत सर्किट (IC) का आगमन हुआ, जिसके फलस्वरूप कंप्यूटरों का आकार काफी कम हो गया। IBM 360 इस पीढ़ी का एक उल्लेखनीय उदाहरण है।

तीसरी पीढ़ी के फायदे

  • शक्तिशाली: तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर पहले की पीढ़ियों की तुलना में अधिक शक्तिशाली थे।
  • विश्वसनीय: ICs के उपयोग के कारण, ये कंप्यूटर पहले की पीढ़ियों की तुलना में अधिक विश्वसनीय थे।
  • किफायती: उत्पादन लागत में कमी के कारण, ये कंप्यूटर पहले की पीढ़ियों की तुलना में अधिक किफायती थे।
  • मल्टीटास्किंग: तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों ने मल्टीटास्किंग की अनुमति देने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करना शुरू कर दिया।

तीसरी पीढ़ी के नुकसान

  • रखरखाव: ICs का रखरखाव करना कठिन था।
  • जटिलता: तीसरी पीढ़ी की तकनीक पहले की पीढ़ियों की तुलना में अधिक जटिल थी।
  • उत्पादन लागत: हालांकि ICs ने कंप्यूटरों को अधिक किफायती बनाया, फिर भी तीसरी पीढ़ी की तकनीक का उत्पादन पहले की पीढ़ियों की तुलना में अधिक महंगा था।

तीसरी पीढ़ी के कुछ महत्वपूर्ण प्रभाव

  • व्यवसायों में कंप्यूटर का बढ़ता उपयोग: तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों ने व्यवसायों में कंप्यूटर के उपयोग को बढ़ावा दिया।
  • नए अनुप्रयोगों का विकास: तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों ने नए अनुप्रयोगों के विकास को जन्म दिया, जैसे कि वित्तीय विश्लेषण, शब्द प्रसंस्करण और डेटाबेस प्रबंधन।
  • कंप्यूटर शिक्षा का प्रसार: तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों ने कंप्यूटर शिक्षा को अधिक सुलभ बनाया।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  1. IBM 370: यह तीसरी पीढ़ी का सबसे लोकप्रिय कंप्यूटर था। यह अपनी गति, विश्वसनीयता और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता था।
  2. PDP-11: यह एक मिनीकंप्यूटर था जो वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों के लिए लोकप्रिय था।
  3. UNIVAC 1108: यह एक बड़ा, शक्तिशाली कंप्यूटर था जो वैज्ञानिक अनुसंधान और डेटा प्रसंस्करण के लिए उपयोग किया जाता था।
  4. Honeywell-6000: यह एक व्यावसायिक डेटा प्रसंस्करण के लिए लोकप्रिय कंप्यूटर था।
  5. DEC series: यह मिनीकंप्यूटरों की एक श्रृंखला थी जो विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयोग की जाती थी।
  6. ICL 2900: यह एक ब्रिटिश कंप्यूटर था जो व्यावसायिक और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किया जाता था।

अवलोकन: कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी

चौथी पीढ़ी, जो 1971 में शुरू हुई और आज भी जारी है, ने माइक्रोप्रोसेसर के आविष्कार के साथ कंप्यूटिंग में क्रांति ला दी। इस छोटे चिप ने व्यक्तिगत कंप्यूटर (पीसी) के निर्माण को संभव बनाया, जिसने लोगों के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया।

चौथी पीढ़ी के प्रमुख फायदे

  • पोर्टेबिलिटी: माइक्रोप्रोसेसर ने कंप्यूटरों को छोटा और हल्का बना दिया, जिससे उन्हें घरों और कार्यालयों में आसानी से ले जाया जा सकता था।
  • उपयोगकर्ता के अनुकूल: ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) और आइकन ने कंप्यूटरों को पहले से कहीं अधिक आसान और सहज बना दिया।
  • सस्ती: माइक्रोप्रोसेसर के उत्पादन में कमी आई, जिससे पीसी की कीमतें कम हुईं और वे आम जनता के लिए अधिक सुलभ हो गए।

चौथी पीढ़ी के कुछ नुकसान

सुरक्षा: शुरुआती पीसी वायरस और मैलवेयर के प्रति संवेदनशील थे।
निर्भरता: जैसे-जैसे लोग अधिक से अधिक पीसी पर निर्भर हो गए, डेटा हानि और तकनीकी समस्याओं का खतरा बढ़ गया।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  1. Micral: यह 1973 में फ्रांस में बना पहला व्यक्तिगत कंप्यूटर था। इसमें 8-बिट प्रोसेसर और 256 बाइट्स मेमोरी थी।
  2. IBM 5100: यह 1975 में IBM द्वारा पेश किया गया एक पोर्टेबल कंप्यूटर था। इसमें 5-इंच CRT डिस्प्ले और 16 KB मेमोरी थी।
  3. Altair 880: यह 1975 में MITS द्वारा पेश किया गया एक किट कंप्यूटर था। इसमें 8-बिट प्रोसेसर और 256 बाइट्स मेमोरी थी। यह कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखने के लिए लोकप्रिय था।

अवलोकन: कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी (वर्तमान और उससे आगे)

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर केंद्रित हैं और अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में हैं। इनका लक्ष्य ऐसे उपकरणों का निर्माण करना है जो प्राकृतिक भाषा को समझ सकें, उसका जवाब दे सकें और सीखने और आत्म-संगठन में सक्षम हों।

पांचवीं पीढ़ी के कुछ प्रमुख लाभ

  • उपयोगकर्ता-अनुकूल: एआई और प्राकृतिक भाषा समझ (एनएलयू) के उपयोग से, पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटरों का उपयोग करना और समझना आसान होगा।
  • समस्या-समाधान: ये कंप्यूटर जटिल समस्याओं को हल करने और बेहतर निर्णय लेने में सक्षम होंगे।
  • स्वचालन: एआई के माध्यम से, कई कार्यों को स्वचालित किया जा सकेगा, जिससे मानव कार्यकर्ताओं को अधिक रचनात्मक और रणनीतिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का समय मिलेगा।

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  • Ultimate Super Computer: ये सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैं जो वैज्ञानिक अनुसंधान और जटिल गणनाओं के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • Laptop: ये पोर्टेबल कंप्यूटर होते हैं जो घर, ऑफिस, या यात्रा के दौरान उपयोग किए जा सकते हैं।
  • Desktop: ये पारंपरिक कंप्यूटर होते हैं जो घर, ऑफिस, और स्कूलों में उपयोग किए जाते हैं।
  • Work Station: ये उच्च-प्रदर्शन वाले कंप्यूटर होते हैं जो ग्राफिक्स डिजाइन, वीडियो संपादन, और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • Notebook: ये छोटे और हल्के लैपटॉप होते हैं जो यात्रा के दौरान उपयोग के लिए आदर्श होते हैं।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर कब आये और उनकी खासियत क्या थी?

Jawab: तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर 1964 से 1971 के बीच आए. इनमें इंटीग्रेटेड सर्किट (integrated circuits) का इस्तेमाल हुआ, जिससे कंप्यूटर और भी छोटे हो गए. ये ज़्यादा भरोसेमंद भी थे.

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर कब आये?

Jawab: चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर 1971 से 1985 के बीच आए. इनमें माइक्रोप्रोसेसर (microprocessor) का इस्तेमाल हुआ, जिसने कंप्यूटर को डेस्कटॉप के आकार में ला दिया.

पाँचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर कब से हैं और क्या खास है?

Jawab: पाँचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर 1985 से अब तक का समय माना जाता है. ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) और समानांतर प्रसंस्करण (parallel processing) पर ज़ोर देते हैं.

क्या छठी पीढ़ी के कंप्यूटर भी हैं?

Jawab: कुछ लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और न्यूरल नेटवर्क (neural networks) पर ज़ोर देने वाले आधुनिक कंप्यूटरों को छठी पीढ़ी मानते हैं, लेकिन यह अभी पूरी तरह से स्वीकृत नहीं है.

कंप्यूटर की पीढ़ियों के बारे में सीखना ज़रूरी क्यों है?

Jawab: कंप्यूटर की पीढ़ियों को समझने से टेक्नॉलजी के विकास का इतिहास पता चलता है. इससे ये अंदाजा लगाने में मदद मिलती है कि भविष्य में कंप्यूटर कैसे बदल सकते हैं.

FAQ – Generations of Computers in Hindi

1. कंप्यूटर की पीढ़ी (kampyutar ki peedhi) का क्या मतलब है?

Jawab: कंप्यूटर की पीढ़ी (computer generation) वो समय होता है जब कंप्यूटर टेक्नॉलजी में कोई बड़ा बदलाव आया. हर पीढ़ी के साथ, कंप्यूटर छोटे, तेज, और ज़्यादा किफायती बनते गए.

2. कंप्यूटर की कितनी पीढ़ियाँ हैं?

Jawab: आम तौर पर, कंप्यूटर की पाँच पीढ़ियाँ मानी जाती हैं. कुछ लोग अब छठी पीढ़ी की बात भी कर रहे हैं.

3. पहली पीढ़ी के कंप्यूटर कब आये?

Jawab: पहली पीढ़ी के कंप्यूटर 1946 से 1956 के बीच आए. ये बहुत बड़े, धीमे, और महंगे थे.

4. पहली पीढ़ी के कंप्यूटर कैसे काम करते थे?

Jawab: ये वैक्यूम ट्यूब (vacuum tubes) पर चलते थे. ये नाज़ुक होते थे और बहुत गर्मी पैदा करते थे. डाटा को पंच कार्ड (punch cards) पर स्टोर किया जाता था.

5. दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर कब आये?

Jawab: दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर 1956 से 1964 के बीच आए. इनमें ट्रांज़िस्टर (transistors) का इस्तेमाल हुआ, जो वैक्यूम ट्यूब से छोटे और तेज़ थे.

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है कि आपको अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा कि Generations of Computers in Hindi अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करना और कमेंट में बताना कि आपको यह पोस्ट कैसी लगी l

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *